एसआईटी के सामने दो गवाह पेश होंगे
सिरसा ने कहा, "चूंकि एसआईटी
इस मामले को भी मजबूत करेगी, इसलिए एसआईटी के सामने दो गवाह पेश होंगे जहां
वे दंगों में कमलनाथ की भूमिका के बारे में बताएंगे।" उन्होंने कहा कि
गवाह संजय सूरी थे जो अब इंग्लैंड में रहते हैं और मुख्तियार सिंह जो अब
पटना में हैं। सिरसा ने कहा, "मैंने दोनों गवाहों से बात की है और वे अपने बयान दर्ज करने के लिए एसआईटी के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं।"
ये हैं सात मामले...
मामला
गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में उपद्रवियों की भीड़ से जुड़ा है। नाथ ने
पहले आरोपों से इनकार किया था। सात सिख विरोधी दंगे के मामले 1984 में वसंत
विहार, सन लाइट कॉलोनी, कल्याणपुरी, संसद मार्ग, कनॉट प्लेस, पटेल नगर और
शाहदरा के पुलिस स्टेशनों में दर्ज किए गए थे।
एसआईटी
ने सार्वजनिक नोटिस जारी कर व्यक्तियों और संगठनों से सात मामलों से
संबंधित जानकारी देने को कहा है। एसआईटी ने कहा, "यह सभी व्यक्तियों,
समूहों, संस्थाओं और संगठनों को सूचित करना है कि यदि उनके पास किसी भी
मामले के संबंध में कोई सूचना है, तो वे एसआईटी पुलिस स्टेशन के प्रभारी
अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।" सिरसा ने दावा किया कि कमलनाथ का नाम कभी भी प्राथमिकी में शामिल नहीं किया गया था और न ही पुलिस द्वारा उनकी जांच की गई थी।
2015 में बनी थी एसआईटी...
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