नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को किसानों से ज्यादा तिलहन का उत्पादन करने को कहा ताकि इनका आयात घट सके और एग्रीकल्चरल रिफाइनेंस एजेंसी नाबार्ड से जम्मू-कश्मीर के किसानों के सेब, अखरोट, केसर और आड़ू की उचित कीमत व पूरे देश में इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने का आग्रह किया। तिलहन देश की खाद्य उत्पादन प्रणाली की सबसे कमजोर कड़ी है। भारत अपने खाद्य तेलों का ज्यादातर भाग इंडोनेशिया व मलेशिया से आयात करता है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सीतारमण ने छठी वर्ल्ड कांग्रेस ऑन रूरल एंड एग्रीकल्चरल फाइनेंस में कहा, "पाम आयल के आयात में हाल के महीने में काफी बढ़ोतरी हुई है। हम किसानों को बता रहे हैं कि उनके इलाकों में कौन सी फसल अच्छी कीमत देगी। कृपया तिलहन का उत्पादन करें क्योंकि उसकी भारत में ज्यादा मांग है और खाद्य तेल की खपत एक चिंता का विषय है। हम अभी भी बहुत ज्यादा पाम ऑयल का आयात करते हैं।"
सीतारमण ने नाबार्ड के चेयरमैन एच. एस. भानवाला से जम्मू-कश्मीर का दौरा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वहां के किसानों को घाटी में उगाए जाने वाले सेब, केसर, आड़ू और अखरोट जैसी प्रमुख फसलों का उचित मूल्य मिले और क्षेत्र से कृषि उपज देश के सभी हिस्सों में पहुंचे।
--आईएएनएस
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