नई दिल्ली। डिजिटल अर्थव्यवस्था के उद्भव के साथ ही वैश्विक इंटरनेट (आईओटी) बाजार का खर्च 2020 तक बढक़र 1,290 अरब डॉलर हो जाएगा, जो साल 2015 में 625.2 अरब डॉलर था। एक रिपोर्ट में गुरुवार को यह जानकारी दी गई। इंटरनेशनल डाटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) ने अमेरिका की आईओटी सेवा प्रदाता एइरिस के साथ मिलकर यह रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट के आंकड़ों के मुताबिक आईओटी एंडप्वाइंट का इंस्टालेशन आधार साल 2015 के अंत तक 12.1 अरब था, जो साल 2020 तक बढक़र 30 अरब हो जाएगा, जबकि वृद्धि दर की सालाना रफ्तार (सीएजीआर) 15.6 फीसदी होगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आईडीसी इंडिया के सह-निदेशक (उभरती प्रौद्योगिकी) अर्जुन विश्वनाथन ने एक बयान में कहा, आईटी और व्यापार नेतृत्व अपने कारोबार का रूपांतरण कर रहे हैं और अपने डिजिटल पदचिन्हों का विस्तार कर रहे हैं। उद्योग में यह व्यापक सहमति है कि आईओटी बेहतर दक्षता, उत्पादकता और ग्राहक अनुभव में प्रमुख भूमिका निभा रही है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आईओटी ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के साथ-साथ मूल्य वर्धन भी करता है, इसलिए इस तकनीक को तेजी से अपनाया जा रहा है। एइरिस के अध्यक्ष डॉ. रिषि भटनागर ने कहा, जब आप ग्राहक की लाइफटाइम वैल्यू बढ़ाने के बारे में बात करते हैं या फिर बेहतर ग्राहक अनुभव के लिए व्यवसाय में बदलाव लाना चाहते हैं तो आईओटी प्रौद्योगिकी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
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