चूरू। अपने वतन को छोड़कर सात समन्दर पार जा बसे चूरू के अप्रवासी भारतीयों को आखिर बरसों बाद मिट्टी की महक अपनी ओर खींच ही लाई। इसे पीएम मोदी की अप्रवासी भारतीयों से भारत के साथ जुड़ने की अपील माने या फिर कुछ ओर कि अपने पूर्वजों की पैतृक भूमि पर सामाजिक सरोकार निभाते हुए इन अप्रवासी भारतीयों ने जिला मुख्यालय पर अनाथाश्रम बनाने की घोषणा की है। राजस्थान की रेतीली धरा में अपनी जड़ो को ढूंढने अमेरिका, कनाडा और फीजी में जा बसे अप्रवासी भारतीयों का 30 सदस्यीय दल गुरुवार को चूरू जिला मुख्यालय पहुंचा। जहां इस दल ने ऐतिहासिक हवेलियां, छतरियों और धार्मिक विरासतों का भ्रमण किया। चूरू पहुंचने पर जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने सभी को धार्मिक पुस्तक भेंटकर स्वागत किया। अमेरिका में रह रहे इन अप्रवासी भारतीयों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारतीयों का हितैषी बताते हुए कहा कि अमेरिका में ऐसा पहला राष्ट्रपति है, जिसने अपने शपथ ग्रहण समारोह में हिन्दू रीति रिवाजों को तवज्जो दी और मन्दिर में जाकर हनुमान जी की पूजा अर्चना की। नक्सलवाद पर दल के सदस्यों ने बताया कि अमेरिका में जो मुस्लिम लोग हैं, उनके लिए थोड़ा बहुत भेदभाव है। भारतीय लोगों के लिए अमेरिका सुरक्षित है। कनाडा रह रही सुनीता ने बताया कि यहां हमारे बुजूर्ग रहा करते थे तो यहां आकर काफी खुशी हुई। प्राचीन धार्मिक स्थलो पर जाकर सभी प्रवासी भारतीयों ने पूजा अर्चना की।
LIVE गृहमंत्री अमित शाह की राजस्थान के भीलवाड़ा में जनसभा ,यहां देखे
भाजपा ने जारी किया वीडियो, कहा- भारत के दुश्मन नहीं चाहते कि मोदी वापस आएं, लेकिन जनता ने 400 पार का बनाया मन
आम चुनाव-2024 : राजस्थान में 12 सीटों पर कम हुआ मतदान, बीजेपी में बेचैनी बढ़ी, 25 में से 25 सीटें जीतना मुश्किल
Daily Horoscope