चेन्नई। कल्कि सुब्रमण्यम एक प्रसिद्ध ट्रांसजेंडर कलाकार, एक्टिविस्ट, अभिनेत्री और लेखक हैं। वह सहोदरी फाउंडेशन की संस्थापक भी हैं, जो एक ऐसी संस्था है जो ट्रांसजेंडर अधिकारों और समानता को बढ़ावा देती है। कल्कि ने हाल ही में अपनी पुस्तक 'वी आर नॉट द अदर्स' का विमोचन किया, जिसे काफी अच्छी समीक्षाएं मिल रही हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कल्कि ट्रांसजेंडर (किन्नर या तीसरा लिंग) लोगों के लिए कानूनी अधिकारों की मान्यता की वकालत करने वाले प्रमुख प्रचारकों में से एक हैं, जिसे भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने अप्रैल 2104 में बरकरार रखा था। उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय और ऐसे कई प्रतिष्ठित संस्थानों में अपना व्याख्यान दे चुकी हैं। वह तमिलनाडु के पोलाची में रहती हैं।
कल्कि ने इंडिया-75 (भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष) पर अपने विचार रखते हुए आईएएनएस से विशेष रूप से बात की।
प्रश्न : इंडिया-75 पर आपके क्या विचार हैं?
भारत बदल रहा है। भारत किसी अन्य देश की तरह नहीं है, बल्कि यह काफी विविध और अलग है। हमारे परि²श्य से लेकर भोजन एवं कपड़े और भाषा तक की बात करें तो हम अलग हैं। फिर भी एक राष्ट्र के रूप में हम इतने मजबूत हैं। मुझे एक भारतीय होने पर गर्व है। यह एक वरदान है।
प्रश्न : भारत की आजादी को 75 वर्ष का हो गए हैं, देश के सकारात्मक परिवर्तन के लिए आपका एक बड़ा विचार क्या है?
लैंगिक पक्षपात और असमानता के कारण महिलाओं और ट्रांसजेंडर लोगों की मानव शक्ति और क्षमता का दोहन नहीं किया जाना चाहिए। जब यह बदलेगा और जब सभी लिंग के लोगों को समान अवसर मिलेंगे, तो देश बहुत आगे बढ़ सकता है।
प्रश्न : आपको क्या लगता है कि यह विशेष परिवर्तन, जिसके बारे में आप बात कर रहे हैं, महत्वपूर्ण क्यों है?
यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम देश की भावना को मजबूत करने के लिए, इसके समृद्ध भविष्य के लिए अपनी बुद्धि और रचनात्मकता का उपयोग करने में सक्षम होंगे।
प्रश्न : भारत को इस परिवर्तन को कैसे प्राप्त करना चाहिए?
समानता में असंतुलन को तोड़ने के लिए नीतियां और कानून लाए जाने चाहिए। इससे महिलाएं और ट्रांसजेंडर लोग बिना किसी डर और पूर्वाग्रह के अपने अधिकारों का स्वतंत्र रूप से प्रयोग करने में सक्षम होंगे, जो लंबे समय तक इस महान राष्ट्र के विकास को सशक्त बनाएगा।
प्रश्न : इस परिवर्तन को प्राप्त करने में कितना समय लगेगा?
10 वर्ष।
प्रश्न : इस विचार को वास्तविकता बनाने या इसे प्राप्त करने के लिए आपकी अपनी क्या योजनाएं हैं?
मैं एक भारतीय, देश की नागरिक और एक कार्यकर्ता के रूप में, एक रोल मॉडल और विभिन्न रचनात्मक परियोजनाओं के माध्यम से ट्रांसजेंडर समुदाय को सशक्त बनाती हूं। इसके अलावा, मैं शिक्षाविदों, मीडिया, न्यायपालिका और नीति निर्माताओं के साथ काम कर रही हूं, ताकि एक सक्षम वातावरण और नीतियां बनाई जा सकें, जो ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए लैंगिक न्याय को बनाए रखे। (आईएएनएस)
लोकसभा चुनाव 2024: सुबह 11बजे तक बिहार में 20.42%,छतीसगढ़ में 28.12%,J&K में 22.60%,MP में 30.46%,महाराष्ट्र में 19.17% मतदान दर्ज
लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान में 11 बजे तक 22.51% मतदान दर्ज,यहां देखे 12 सीटों में कितना मतदान हुआ
बंगाल के कूचबिहार में तृणमूल-बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प के बाद भड़की हिंसा
Daily Horoscope