नई दिल्ली। कोविड-19 के प्रकोप से पैदा हुए आर्थिक संकट के कारण भारत अगले दो वर्षो के दौरान उत्पादन का 438 अरब डॉलर गंवा सकता है। यह अनुमान एसबीआई ईकोरैप की एक रिपोर्ट में जाहिर किया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस रिपोर्ट के अनुमान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुमानों पर आधारित हैं, जिसने कहा है कि 2020 में गंभीर मंदी होगी और 2021 में धीमी रिकवरी होगी।
रिपोर्ट में कहा गया है, "वैश्विक उत्पादन में 2020 में 4.9 प्रतिशत तक गिरावट का अनुमान है, जिसके बाद एक आंशिक रिकवरी होगी और 2021 में वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत रहेगी।"
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, "इन सबके कारण इस संकट से वैश्विक अर्थव्यवस्था को दो वर्षो के दौरान सकल नुकसान लगभग 125 खरब डॉलर होगा।"
रिपोर्ट के अनुसार, चूंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की हिस्सेदारी 3.5 प्रतिशत है, लिहाजा अगले दो वर्षो के दौरान देश का उत्पादन नुकसान लगभग 438 अरब डॉलर या 31.5 लाख करोड़ रुपये होगा।
विश्व आर्थिक परिदृश्य (डब्ल्यूईओ) अनुमान रपट में आईएमएफ ने बुधवार को कहा था कि भारत की अर्थव्यवस्था लंबी लॉकडाउन अवधि और अप्रैल में अनुमानित रिकवरी की तुलना में धीमी रिकवरी के कारण संकुचित हो सकती है।
इसके अनुसार, देश की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2021 में सिकुड़ सकती है, जबकि वित्त वर्ष 2020 में इसमें 4.2 प्रतिशत विस्तार हुआ था।(आईएएनएस)
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