बांसवाड़ा। जिले के छोटी सरवन पंचायत समिति के जनसुनवाई अभियान के तहत जिला कलेक्टर भगवतीप्रसाद शनिवार को जनसुनवाई के पूर्व राजकीय प्राथमिक विद्यालय नागाखाली स्कूल जा पहुंचे और नन्हे छात्रों से रूबरू हुए। उन्होंने छात्रों की क्लास ली एवं गणित विषय पढ़ाया। कलेक्टर ने बच्चों से सवाल किए तो वे जवाब नहीं दे पाए। इस पर कलेक्टर ने शिक्षकों को फटकार लगाते हुए कहा कि आप लोग हर माह तीस से चासील हजार रुपया तनख्वाह लेते हो और बच्चों को ज्ञान तीस रुपए तक का नहीं देते। बाद में कलेक्टर ने शिक्षक को एक माह बाद वापस आकर बच्चों का टेस्ट लेने की बात कही और चेतावनी दी कि अगर ऐसे ही हालात मिले तो कार्रवाई की जाएगी। [ इस गांव में अचानक लग जाती है आग, दहशत में लोग] [ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
इसके बाद कलेक्टर ने घोड़ी तेजपुर ग्राम में मुख्यमंत्री जलस्वावलम्बन अभियान के तहत हुए कार्यों का निरीक्षण किया। बाद में छोटी सरवन में जनसुनवाई की तो वहां शिकायतों का अंबार लग गया। कलेक्टर ने सभी विभागीय अधिकारियों को ब्यौरा प्रस्तुत करने को कहा। इस पर पीडब्ल्यूडी विभाग के एईएन शारदा त्रिपाठी एवं घाटोल के एक्सईएन एमके पंचौली मंच पर आए तो ग्रामीणों और सरपंचों ने अधिकारी का घेराव कर कहा कि छोटी सरवन क्षेत्र में कहीं भी सडक़ मार्ग सही नहीं है। घोडी तेजपुर पुलिया पर रैलिंग नहीं होने से अब तक करीब सात मौतें हो चुकी हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग के एईएन शारदा त्रिपाठी ने बताया कि दस करोड़ तीन लाख रुपए के प्रस्ताव राज्य सरकार को भेज रखे हैं। अब जो रोड बनेगा वह गांव के नाम से ही बनाया जाएगा।
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope