नई दिल्ली । गुजरात में सबसे ज्यादा सीट जीतकर सरकार बनाने का दावा करने वाली भाजपा ने बागियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि वो अपने सबसे मजबूत गढ़ में किसी भी तरह की बगावत को कतई बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है। भाजपा आलाकमान के निर्देश के मुताबिक, गुजरात भाजपा ने पार्टी से बगावत कर आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ पर्चा भरने वाले हर नेता को समझाने का पुरजोर प्रयास किया लेकिन बागी नेताओं द्वारा पार्टी की बात नहीं मानने के बाद उन्हें पार्टी से बाहर निकालने का फैसला कर लिया।
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भाजपा ने मंगलवार को अपने कई कद्दावर नेताओं और पूर्व विधायकों सहित 12 नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया। इससे पहले भाजपा ने रविवार को भी सात बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
आपको बता दें कि, गुजरात की सभी 182 विधान सभा सीटों पर लड़ रही भाजपा ने रणनीति के तहत इस बार 42 सीटों पर अपने उम्मीदवार बदल दिए। पार्टी आलाकमान का रुख भांप कर स्वयं ही चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल सहित कई दिग्गज नेता टिकट नहीं मिलने के बावजूद पार्टी के पक्ष में प्रचार करने में लगे हैं वहीं पार्टी के इन 19 बागी नेताओं ने पार्टी की परेशानी बढ़ा दी है।
बगावत के असर को कम करने के लिए भाजपा ने इन 19 नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया और अब स्थानीय स्तर पर इनकी बगावत को बेअसर करने के लिए बूथ वाइज रणनीति बनाकर काम किया जा रहा है ताकि इन बागी नेताओं के कारण पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार को कोई नुकसान न हो।
--आईएएनएस
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