नई दिल्ली। उरी अटैक में आतंकियों के गाइड बनने के आरोप के गिरफ्तार किए गए दो नाबालिग छात्रों को लेकर नया खुलासा हुआ है। पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के रहने वाले दोनों छात्र अपने गांव वालों के डर से भागकर भारतीय सीमा में प्रवेश कर गए थे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों ने अपने गांव में एक लडक़ी को छेड़ा था और लडक़ी के परिवार वालों से डरकर इस ओर आ गए। [ खौफ में गांव के लोग, भूले नहीं करते ये काम] [ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
एक ही क्लास में पढ़ऩे वाले फैसल हुसैन अवान और अहसान खुर्शीद ने वास्तव में उरी अटैक (18 सितंबर) के दो दिन बाद भारतीय सीमा में प्रवेश किया था। ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ की रिपोर्ट के अनुसार उरी अटैक की जांच करने वाले एक अधिकारी ने बताया कि पीओके के खियाना खुर्द गांव के रहने वाले दोनों छात्रों के खिलाफ 8 मार्च को जम्मू कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की जाएगी।
जांच टीम को दोनों युवकों के खिलाफ भारतीय सेना को दिए बयान के अलावा और कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। पिछले साल 21 सितंबर को इन दोनों की गिरफ्तारी हुई थी जब उरी में हुए धमाकों में 19 भारतीय जवान मारे गए थे। एनआईए अधिकारी ने बताया कि दोनों छात्रों को स्थानीय लोगों ने पकडक़र भारतीय सेना के हवाले किया था। अगर कोर्ट क्लोजर रिपोर्ट को मान लेती है तो दोनों घर वापस लौट सकेंगे।
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