नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने भारत में बनी दागो और भूल जाओ श्रेणी की तीसरी पीढ़ी की एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग का सफल परीक्षण किया। परीक्षण के दौरान मिसाइल ने दो अलग-अलग दूरी पर रखे लक्ष्यों को सफलतापूर्वक भेदा। इससे पहले डीआरडीओ ने 13 जून को टैंक भेदी मिसाइल नाग का राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र के रेगिस्तान में सफल परीक्षण किया था। जिसमें मिसाइल ने लक्ष्य को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, इस मिसाइल में और इसके प्रक्षेपण में इस्तेमाल सभी प्रौद्योगिकी एवं उप-प्रणलियों ने अच्छा प्रदर्शन किया और सभी लक्ष्यों को पूरा किया बयान में कहा गया है, सभी राडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सिस्टम, टेलीमेट्री सिस्टम और अन्य स्टेशनों ने मिसाइल पर निगरानी रखी और सभी मानकों का परीक्षण किया। मिसाइल के कनस्तर संस्करण के प्रदर्शन के आकलन के लिए इसका दूसरी बार परीक्षण किया गया। पहला परीक्षण चार जून को किया गया था।
जानें: एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग की 8 खास बातें
1. दागो और भूल जाओ श्रेणी की तीसरी पीढ़ी की एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग एडवांस्ड इमेजिंग इंफ्रारेड रडार से लैस है।
2. नाग मिसाइल वजन में काफी हल्की होती है। इसका कुल वजन महज 42 किलो है।
3. इस मिसाइल को 10 साल तक बगैर रखरखाव के इस्तेमाल किया जा सकता है।
4. नाग मिसाइल की गति 230 मीटर प्रति सेकंड है।
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