जयपुर। मानसरोवर थाना इलाके में हुए पिता-पुत्र के डबल मर्डर मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस की जांच में सामने आया कि राजनारायण सक्सेना और उनके बेटे सौरभ सक्सेना का पड़ोसियों से हमेशा झगड़ा रहता था। जिससे कोई भी दोनों से ज्यादा संबंध नहीं रखता था। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि हत्या पुरानी किसी रंजिश के चलते की गई है। वहीं पुलिस दोनों के मोबाइल नम्बरों की जांच कर रही है। फिलहाल पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए और मामले की जांच में जुटी है। पुलिस का कहना है कि यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है। [ अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
मानसरोवर थाना पुलिस की जांच में सामने आया कि शनिवार रात को साढ़े दस बजे के बाद राजनारायण सक्सेना और उनके बेटे सौरभ सक्सेना की हत्या की गई थी। वहीं पुलिस को दोनों के घर के गेट पर रविवार के अखबार पड़े मिले हैं। जिन्हें पढ़ने के लिए खोला तक नहीं गया है। वहीं घर से कुछ दूरी पर स्थित मोबाइल स्टोर के संचालक से सौरभ अपने मोबाइल में कॉलिग के लिए रुपए डलवाता था। उसने पुलिस को बताया कि शनिवार रात साढ़े दस बजे वह अपने एक साथी के साथ मोबाइल स्टोर पर आया था और मोबाइल में कॉलिग चार्ज डलवाकर गया था। दूसरी ओर स्थानीय लोगों ने भी पुलिस को बताया कि मंगलवार शाम करीब चार बजे एक महिला सौरभ के घर आई थी। वह उसका लैपटॉप और कुछ सामान निकाल कर ले गई थी। महिला को स्थानीय लोगों ने टोका भी था, लेकिन महिला ने टोकने वाले लोगों से कहा कि सौरभ भैया ने ही सामान देकर भेजा है। महिला के जाने के बाद मामले का खुलासा रात साढ़े आठ बजे हुआ था। इसका मतलब महिला को पिता-पुत्र की हत्या होने का पता था।
पुलिस अब सौरभ के साथी और महिला की तलाश में जुटी है। दोनों को हत्याकांड में मुख्य कड़ी माना जा रहा हैं। उनके घर खाना बनाने आने वाली नौकरानी का भी पता नहीं लग पाया है। पुलिस उसे भी तलाश रही हैं। थाने के बीट कांस्टेबल के कहने पर एक सप्ताह पहले ही सौरभ ने सुरक्षा के लिए घर के ग्राउंड फ्लोर पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। हत्यारों ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़ कर घर में बने पानी के टैंक में डाल दिया और रिकार्डर अपने साथ ले गए। पुलिस ने बुधवार को टैंक से पानी निकाल कर कैमरे निकाले। स्थानीय लोगों ने बताया कि सौरभ घर के अंदर व बाहर की सभी लाइटों को जला कर रखता था। होली की रात को घर में अंधेरा छाया हुआ था। घर की लाइटें बंद होने पर लोगों को शक भी हुआ था कि अचानक पिता-पुत्र कहां चले गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके घर में जाने पर दोनों घर में घुसे लोगों से झगड़ा कर लेते थे, इसके चलते कोई उनके घर में नहीं जाता था। इसी के चलते दो दिन तक घर में किसी ने ध्यान नहीं दिया था।
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