कांग्रेस दिल्ली की सत्ता में वापसी करने की कोशिश कर रही है, जहां उसने
दिवंगत मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नेतृत्व में 1998 से 2013 तक लगातार 15
वर्षों तक शासन किया था। कांग्रेस को 2015 के विधानसभा चुनाव में करारी
हार का सामना करना पड़ा और पार्टी शून्य पर सिमट गई। पिछले चुनाव में
नवगठित आम आदमी पार्टी (आप) ने इतिहास रचते हुए दिल्ली की 70 में से 67
सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को महज तीन सीटों पर संतोष करना पड़ा था।
दिल्ली में आठ फरवरी को मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती 11 फरवरी को होगी।
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