जोधपुर। गांवों तक पेयजल पहुंचाने के उद्देश्य से जलदाय विभाग की ओर से उच्च जलाशयों का निर्माण कराने के बाद भुगतान नहीं करने से गुस्साए ठेकेदारों ने पम्प हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान ठेकेदारों ने पम्प हाउस पर ताला जड़ दिया और नारेबाजी की। [ अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
कापरड़ा गांव स्थित दांतीवाड़ा-माणकलाव पेयजल योजना का पम्प हाउस पर ठेकेदारों की ओर से किए गए प्रदर्शन में उन्होंने शीघ्र भुगतान की मांग रखी। उन्होंने कहा कि गत दो-तीन वर्ष से चल रही दांतीवाड़ा-माणकलाव पेयजल योजना के तहत जलदाय विभाग की ओर से श्रीरामकी इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग कम्पनी की ओर से योजना के तहत 87 गांवों तक पानी पहुंचाने के लिए जोधपुर जिले की विभिन्न फर्मों के नाम से जगह-जगह उच्च जलाशय व पम्प हाउस के निर्माण कार्यों की स्वीकृति दी थी।
इन फर्मों की ओर से निर्धारित समय पर कार्य पूर्ण कर संबंधित फर्म को सुपूर्द कर दिए और जलदाय विभाग इन सभी गांव व ढाणियों में नियमित पेयजल सप्लाई शुरू कर दी थी। लेकिन एक वर्ष बाद भी स्थानीय ठेकेदारों का भुगतान नहीं किया गया। ठेकदारों ने बताया कि श्रीरामकी कम्पनी की ओर से मिले नियम शर्तो पर अल्प समय में कार्य पूर्ण कर सौंप देने के बावजूद भुगतान नहीं मिला है। जब तक भुगतान नहीं मिलेगा हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।
इधर जलदाय विभाग के एक्सईएन सत्यनारायण दाधीच ने बताया कि ठेकेदारों और संबंधित फर्म का मामला है। विरोध प्रदर्शन में हनुमान ढाका, धारूराम खोजा, रूपाराम विश्रोई, दिलीप तंवर, एन के गहलोत व मुकेश कुमार जैन सहित दर्जनभर ठेकेदार शामिल थे।
राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में राजस्थान के अस्पतालों में आज ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी, सरकार ने की कार्रवाई की तैयारी
अतीक के भाई अशरफ का दावा : एक बड़े अफसर ने दी धमकी, दो हफ्ते में बाहर निकालकर निपटा देंगे
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा, सांप्रदायिक सद्भाव के लिए अभद्र भाषा पर क्या कार्रवाई की गई
Daily Horoscope