नई दिल्ली। चुनाव आयोग द्वारा महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव की तारीखों के ऐलान का कांग्रेस पार्टी ने स्वागात किया है। साथ ही झारखंड में इन दोनों राज्यों के साथ चुनाव नहीं कराने पर सवाल खड़े किए हैं। दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस से बात करते हुए पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि मोदी सरकार ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की बात करती है, लेकिन महाराष्ट्र और हरियाणा के साथ सरकार ने झारखंड में चुनाव कराने का फैसला नहीं लिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हमेशा की तरह इस बार भी कांग्रेस पार्टी चुनाव में उन मुद्दों को उठाएगी, जिनसे मोदी सरकार ध्यान भटकाती रहती है। पवन खेड़ा ने कहा कि जिस वक्त चुनाव के तारीखों की घोषणा हो रही थी उस वक्त दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर गन्ना किसान बकाया राशि के लिए धरने पर बैठे थे, लेकिन सरकार के कान में जू तक नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि किसानों का हजारों करोड़ रुपये का बकाया है। पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को चुनाव में उठाएगी। पवन खेड़ा ने कहा कि पिछले तीन महीने में 15 लाख नौकरियां गई हैं। 20 लाख करोड़ शेयर बाजार में डूब गए हैं। पिछले तीन से चार महीनों में कई फैक्ट्रियं बंद हुई हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इन मुद्दों को उनकी पार्टी इस चुनाव में मजबूती से उठाएगी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हरियाणा में शिक्षकों पर डंडे बरसाए जाए रहै हैं, उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था की हालत बेहद खस्ता है। राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में प्रमुखता से उठाएगी।
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