नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और भारत का महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान 2 सफलतापूर्वक पांचवीं कक्षा में प्रवेश कर अपने अंतिम पड़ाव को पार कर चुका है। इसरो ने बताया कि भारतीय समयानुसार 9 बजकर 21 मिनट पर चंद्रयान -2 अंतरिक्ष यान की चंद्रमा की अंतिम और पांचवीं परिक्रमा आज सफलतापूर्वक संपन्न हुई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दो दिन पहले ही इसरो ने बताया था कि प्रणोदन प्रणाली का प्रयोग करते हुए चंद्रयान-2 अंतरिक्षयान चंद्रमा की चौथी कक्षा में शुक्रवार को सफलतापूर्वक प्रवेश कर गया था। इस अपडेट के साथ इसरो ने बताया था कि इस प्रक्रिया (मैनुवर) के पूरी होने के बाद कहा कि अंतरिक्ष यान की सभी गतिविधियां सामान्य है।
रविवार को शाम 06 बजकर 21 मिनट पर चंद्रयान-2 पांचवी कक्षा में प्रवेश कर गया है। कक्षा बदलने में इसे 52 सेकंड का वक्त लगा। बता दें कि देश की बड़ी सफलता को साबित करते हुए भारत के दूसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-2 ने चंद्रमा की कक्षा में 20 अगस्त को प्रवेश किया था।
इसरो के मुताबिक आगामी दो सितंबर को लैंडर ‘विक्रम’ ऑर्बिटर से अलग हो जाएगा और सात सितंबर को यह चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करेगा। लैंडर के चांद की सतह पर उतरने के बाद इसके भीतर से ‘प्रज्ञान’ नाम का रोवर बाहर निकलेगा और अपने छह पहियों पर चलकर चांद की सतह पर अपने वैज्ञानिक प्रयोगों को अंजाम देगा। इसरो के वैज्ञानिकों का कहना है कि चांद पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ चंद्र मिशन-2 का सबसे जटिल चरण है। अतंरिक्ष एजेंसी ने कहा कि अंतरिक्ष यान की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
हांगकांग, सिंगापुर ने दी चेतावनी, MDH और एवरेस्ट मसालों में 'कैंसर पैदा करने वाले' तत्व
जेल दिल्ली सरकार के अधीन, फिर केजरीवाल को क्यों नहीं मिल रही दवा? : भाजपा
UP बोर्ड के नतीजे जारी, 10वीं में 89.55 और 12वीं में 82.60 प्रतिशत परिणाम
Daily Horoscope