नई दिल्ली। हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर युवती से दुष्कर्म व हत्या के चारों आरोपियों को पुलिस द्वारा शुक्रवार को मुठभेड़ में ढेर कर दिए जाने का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में पुलिस के खिलाफ जांच की मांग करते हुए दो याचिकाएं दायर की गईं। एक याचिका में मुठभेड़ में शामिल पुलिसवालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। वहीं दूसरी याचिका में मारे गए चार आरोपियों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग की गई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पुलिस की इस कार्रवाई के दो पक्ष देखने को मिल रहे हैं। एक ओर जहां इसकी सराहना हो रही है, वहीं दूसरी ओर इसकी आलोचना भी हो रही है।
याचिकाकर्ता जी.एस. मणि ने एक प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही सीबीआई, एसआईटी, सीआईडी या किसी अन्य राज्य के पुलिस अधिकारियों की एक टीम द्वारा की गई मुठभेड़ की जांच करने के निर्देश देने की मांग की है।
याचिका में शीर्ष अदालत से आग्रह किया गया कि एक स्वतंत्र जांच एजेंसी को फर्जी मुठभेड़ की जांच (पीयूसीएल बनाम महाराष्ट्र राज्य) के संबंध में निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार निर्देशित किया जाना चाहिए।
याचिका में आरोप लगाया गया कि यह पुलिस की कथित चूक पर पर्दा डालने के लिए एक सुनियोजित मुठभेड़ थी।
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