कोलकाता। सोमवार को 11 वामपंथी श्रमिक-किसान संगठनों के नवान्न अभियान के
दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस में कई जगह झडपें हुई। पुलिस ने वामपंथी
कार्यकर्ताओं को राज्य सचिवालय नवान्न भवन की ओर आगे बढने से रोकने के लिए
बल प्रयोग किया। महानगर के मेयो रोड व रेड रोड का इलाका देखते ही देखते
रणक्षेत्र में तबदील हो गया।
पुलिस ने लाठीचार्ज के साथ वाटर कैनन और आंसू गैस का उपयोग किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
वाम
मोर्चा का आरोप है कि पुलिस लाठीचार्ज में 250 लोग घायल हुए हैं। कई लोगों
को अस्पताल में भरती करवाया गया है। 15 से ज्यादा मीडियाकर्मियों को भी
चोटें आयी जिसके विरोध में पत्रकारों ने मेयो रोड पर धरना भी दिया।
बता दें,सोमवार को 18 सूत्री मांगों के समर्थन में वामपंथी संगठनों की ओर
से खिदिरपुर, पुलिस ट्रेनिंग स्कूल व रानी रासमणि एवेन्यू से रैली निकाली
गयी। हावडा के सांतरागाछी में भी सभा कर रैली निकाली गयी। रानी रासमणि
एवेन्यू से दोपहर दो बजे रैली नवान्न के लिए रवाना हुई।
रैली आरंभ होने से पहले माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि
सोमवार को राज्य सचिवालय में प्रवेश करने की कोशिश के दौरान माकपा
विधायकों सुजान चक्रवर्ती,अशोक भट्टाचार्य और तन्मय भट्टाचार्य सहित 24
विधायकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्हें बिना शर्त छोडना होगा।
डॉ मिश्रा के भाषण के बाद रैली रवाना हुई। रैली मैदान टेंट रोड से होते हुए
मेयो रोड क्रॉसिंग पर पहुंची व दो भागों में बंट गयी। एक मेयो रोड और
दूसरी रेड रोड की ओर। मेयो रोड पर वाम कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका। इस
पर वामपंथी समर्थक पुलिस से उलझ गये। पुलिस ने मेयो रोड व रेड रोड पर
लाठीचार्ज किया, पानी की बौछार और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया।
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