उन्होंने कहा, ‘‘इसमें कोई शक नहीं कि भूजल स्तर नीचे चला गया है और सिर्फ
उत्तरी 24 परगना और नादिया जैसे इससे सटे क्षेत्रों से ही इसकी फिर से
भरपाई हो रही है। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। अगर हम बिल्कुल अभी भी खुद को
रोकते हैं, तो भी इसकी भरपाई में बहुत समय लगेगा।’’
रुद्र ने राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।
उन्होंने
कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल की परियोजना ‘जोल धोरो, जोल भोरो एक बहुत अच्छी
परियोजना है और मेरे दिल के करीब है। यह परियोजना सभी गांवों में शुरू की
जानी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि कोलकाता में 4,000 तालाब हैं, जिन्हें संरक्षित और पुनर्जीवित किया जाना चाहिए।
(आईएएनएस)
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