वाम मोर्चे की सरकार ने एक पेट्रोकेमिकल केंद्र स्थापित करने के लिए कृषि
क्षेत्र के अधिग्रहण की कोशिश की थी जिसके बाद नंदीग्राम में बड़े पैमाने
पर हिंसा हुई थी। उस समय की विपक्षी पार्टी तृणमूल के नेतृत्व में किसानों
ने हिंसक विरोध किया था। इस विरोध प्रदर्शन में हत्याएं हुईं, पुलिस द्वारा
गोलीबारी हुई। इसके बाद राज्य सरकार को यह घोषणा पड़ी कि परियोजना के लिए
भूमि अधिग्रहण नहीं किया जाएगा। ये भी पढ़ें - यहां बहन सेहरा बांध, ब्याह कर लाती है भाभी
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