कोलकाता, । केंद्रीय जांच ब्यूरो
(सीबीआई) ने गुरुवार को कहा कि उसने पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के
कथित कोयला तस्करी घोटाले की जांच के सिलसिले में दो नई गिरफ्तारियां की
हैं।
गिरफ्तार किए गए दो व्यक्तियों में कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की सहायक
कंपनी ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के पूर्व निदेशक सुनील झा और
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के पूर्व निरीक्षक आनंद कुमार
सिंह शामिल हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार दोनों व्यक्तियों का
कथित घोटाले के सरगना अनूप माजी उर्फ लाला से गहरा संबंध था। गुरुवार को
यहां सीबीआई के निजाम पैलेस कार्यालय में पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार
किया गया।
यह पहली बार है कि सीआईएसएफ के एक (पूर्व) अधिकारी को
कथित कोयला तस्करी घोटाले की जांच के सिलसिले में सीबीआई द्वारा पकड़ा गया
है। सूत्रों ने कहा कि पूछताछ के दौरान झा और सिंह द्वारा दिए गए बयानों
में कई विसंगतियां पाई गईं, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
दोनों को शुक्रवार को आसनसोल में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
7
जुलाई, 2022 को सीबीआई ने ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के पूर्व
महाप्रबंधकों, मुख्य प्रबंधकों और सुरक्षा अधिकारियों के साथ-साथ निजी
व्यक्तियों और निजी कंपनियों सहित 41 आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ उसी अदालत
में आरोपपत्र दायर किया था।
इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने
गुरुवार को राज्य में अवैध कोयला खदानों को कानूनी घोषित करने के लिए
केंद्रीय कोयला मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा।
ममता ने कहा, केंद्र
और राज्य सरकारों को मिलकर ऐसा करने दें। इससे कोयले की अवैध आपूर्ति खत्म
होगी और इन खदानों से जुड़े लोगों की नौकरियां भी पक्की होंगी। इससे सरकार
का राजस्व भी बढ़ेगा। मैं केंद्रीय कोयला मंत्री से अनुरोध कर रहा हूं कि
वह इस प्रस्ताव पर विचार करें।
--आईएएनएस
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