कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अबतक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाते हुए आठ लोकसभा सीटें जीत सकती है, लेकिन वह तृणमूल कांग्रेस को 31 सीटें लेने से नहीं रोक पाएगी। एक जनमत सर्वेक्षण में यह जानकारी सामने आई है।
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सर्वे के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस को पिछली बार की तुलना में तीन सीटों का नुकसान हो सकता है।
एबीपी न्यूज-नील्सन के हालिया जनमत सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि 1977 से 2011 तक रिकॉर्ड 34 साल शासन करने वाला वाम मोर्चा इस बार खाली हाथ रहेगा, जबकि कांग्रेस महज तीन सीटों पर सिमटती नजर आ रही है।
माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम मोर्चा पिछली बार दो सीटें जीत पाया था, जबकि कांग्रेस को चार सीटें मिली थीं।
सर्वेक्षण के मुताबिक, 2014 में महज दो सीटें जीतने वाली भाजपा उत्तर बंगाल और उत्तर 24 परगना के दक्षिणी जिलों में भी अच्छा कर सकती है। सर्वे के मुताबिक, भाजपा का वोट शेयर 2014 (17.06 फीसदी) के मुकाबले 26 फीसदी तक उछल सकता है।
34 सीटों पर जीत हासिल करने वाली तृणमूल कांग्रेस का 2014 में वोट प्रतिशत 39.4 फीसदी रहा था और इस बार यह 37 फीसदी तक जा सकता है।
अलीपुरद्वार, रायगंज, दार्जीलिंग, बालुरघाट, कृष्णानगर, बोनगांव, आसनसोल और बैरकपुर सीटें भाजपा जीत सकती है। भाजपा ने पांच साल पहले दार्जीलिंग और आसनसोल सीटें जीती थी।
सर्वे के मुताबिक, वाम मोर्चे के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत बिगडऩे के बाद अकेले दम पर चुनाव लड़ रही कांग्रेस मालदा दक्षिण, जंगीपुर और ब्रह्मपुर सीटें जीत सकती है।
तृणमूल कोलकाता और उसके आसपास के क्षेत्र की सभी सात सीटों -कोलकाता उत्तर, कोलकाता दक्षिण, जादवपुर, हावड़ा, दम दम, डायमंड हारबर और उलुबेरिया जीत सकती है।
पार्टी अतीत में नक्सल प्रभावित पश्चिमी जिलों में भी अपना परमचम लहरा सकती है।
(आईएएनएस)
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