दार्जिलिंग में हजारों लोग अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के संस्थापक बिमल गुरंग ने कहा कि ममता बनर्जी ने दावा किया था कि बंगाली पढ़ना अनिवार्य नहीं, बल्कि विकल्प होगा। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि ममता बनर्जी इस संबंध में विधानसभा में बिल पास करें कि नेपाली भाषा को पूरी सुरक्षा मिलेगी। ये भी पढ़ें - वध के लिये गाय, बैल, भैंस, सांड,
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