उत्तरकाशी। कालिंदी ट्रैक पर गया 37 सदस्यीय दल गंगोत्री वापस लौट आया है। मई महीने में 14 ट्रैकर्स समेत पोर्टर और गाइड का 38 सदस्य दल कालिंदी ट्रैक पर गया था, जो वहां खराब मौसम के कारण फंस गया था। इस दौरान एक गाइड की अचानक तबियत खराब होने से मौत हो गई, जिसके शव का अभी तक रेस्क्यू नहीं हो पाया है। शव का रेस्क्यू करने के लिए ट्रैकिंग एजेंसी का दस सदस्यीय दल रवाना हुआ है, जिसे शव को रेस्क्यू करने में करीब एक हफ्ते का समय लगेगा। शव को लाने गए ट्रैकिंग एजेंसी के दल को गंगोत्री नेशनल पार्क और प्रशासन की ओर से संचार सुविधा के लिए हाईटेक सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है।
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जिला आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मई माह के अंतिम सप्ताह में 14 ट्रैकर्स के साथ गाइड और पोर्टर सहित कुल 38 सदस्यीय दल कालिंदी ट्रैक के लिए रवाना हुआ था। उसके बाद वह मौसम लगातार खराब होने के कारण वो लोग करीब 19 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर कालिंदी ट्रैक के बेस कैंप पर रूके, जहां पर एक गाइड की तबीयत खराब होने के कारण उसकी मौत हो गई, जिसकी सूचना ट्रैकिंग एजेंसी को बीते 4 जून को मिली, उसके बाद उन्होंने प्रशासन से गाइड के शव को रेस्क्यू करने के लिए हेली सेवा मांगी थी।
गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी प्रताप सिंह पंवार ने बताया कि कालिंदी ट्रैक पर गए 14 ट्रैकर्स के साथ गए, अन्य 37 लोग मंगलवार दोपहर में गंगोत्री पहुंच गए हैं। वहीं ट्रैकिंग एजेंसी का 10 सदस्यीय दल शव को लेने के लिए रवाना हो गया है, जिन्हें शव लाने में करीब एक सप्ताह का समय लग जाएगा। शव लेने गए दल को संचार की उच्च तकनीकी सुविधाओं के साथ भेजा गया है।(आईएएनएस)
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