हरिद्वार। हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध आध्यात्मिक एवं सामाजिक संस्थान, गायत्री तीर्थ शांतिकुंज ने श्रद्धालुओं को भ्रामक वेबसाइटों के प्रति आगाह किया है। संस्थान ने स्पष्ट किया है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा शांतिकुंज गायत्री परिवार के नाम पर फर्जी वेबसाइटें बनाकर लोगों से धोखाधड़ी की जा रही है।
शांतिकुंज, जिसकी स्थापना युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य और माताजी भगवती देवी शर्मा ने की थी, गायत्री साधना, संस्कार, प्रशिक्षण शिविर और व्यक्तित्व परिष्कार जैसे कार्यों के लिए देश-विदेश में श्रद्धा का केंद्र है। प्रतिवर्ष लाखों साधक यहां निःशुल्क सुविधाओं का लाभ उठाने आते हैं।
हालिया घटनाओं में, धोखेबाज फर्जी वेबसाइटों पर शांतिकुंज के संस्थापकद्वय की समाधि स्थल की तस्वीरें लगा रहे हैं और एसी रूम व अन्य विशेष सुविधाओं के नाम पर श्रद्धालुओं से ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से पैसे वसूल रहे हैं। जब श्रद्धालु शांतिकुंज पहुँचते हैं, तब उन्हें इस ठगी का एहसास होता है, क्योंकि शांतिकुंज में ऐसी कोई शुल्क-आधारित या बुकिंग वाली व्यवस्था नहीं है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शांतिकुंज प्रबंधन ने एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा है कि गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में स्वीकृति प्राप्त शिविरार्थी व प्रशिक्षणार्थी हेतु भोजन, आवास और सभी संस्कारों की व्यवस्था पूर्णतः निःशुल्क है। शांतिकुंज कभी भी ऑनलाइन बुकिंग या किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लेता है।
संस्थान ने समस्त श्रद्धालुओं और आगंतुकों से निवेदन किया है कि वे सजग रहें, जागरूक रहें और इस प्रकार की धोखाधड़ी से बचें। अधिकृत और सही जानकारी के लिए केवल शांतिकुंज की आधिकारिक वेबसाइट awgp.org या ईमेल shantikunj@awgp.org से ही संपर्क करें।
यह चेतावनी उन लाखों श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है जो शांतिकुंज की आध्यात्मिक यात्रा की योजना बना रहे हैं, ताकि वे किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बच सकें और संस्थान की निस्वार्थ सेवा का सही मायने में लाभ उठा सकें।
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