देहरादून। उत्तराखंड (Uttarakhand)के 16 जिलों में बाढ़ ( Floods)और भूस्खलन (Landslides) से सबसे भयानक हालात बने हुए हैं। इन जिलों में त्राहि-त्राहि मची हुई है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही मची हुई है। उत्तरकाशी के मकुड़ी गांव में 4 लोगों की मौत हो गई है, जबकि तीन लोगों को बचाया गया है। बादल फटने के बाद बचाव अभियान जारी है। मोरी क्षेत्र में हुई भारी बारिश और बादल फटने से ग्रामीणों के मलबे में दबे होने की सूचना मिली है। उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र में रविवार को बादल फट गया था। इस हादसे में 17 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। उत्तराखंड में 24 घंटे के अंदर 24 लोगों के मारे जाने के समाचार हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आपदा प्रबंधन के सचिव एस ए मुरुगेसन ने बताया कि उत्तरकाशी के मोरी तहसील में बादल फटने से 17 लोगों की मौत हो गई है। राहत और बचाव कार्य चल रहा है। इससे पहले सोमवार को वित्त सचिव अमित नेगी, महानिरीक्षक (आईजी) संजय गुंज्याल और उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) आशीष चौहान ने अरकोट में हालात का जायजा लिया।
सुदूरवर्ती क्षेत्र मोरी के गांव माकुड़ी, टिकोची और आराकोट भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। माकुड़ी में लोगों के मलबे में दबे होने के समाचार है। एसडीआरएफ की टीम बड़कोट से प्रभावित इलाके आराकोट में पहुंच चुकी है। रेस्क्यू टीम के मोरी तक पहुंचने की सूचना है। रास्ता ज्यादा टूटे होने से टीम को प्रभावित गांव में पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मोरी में रेस्क्यू के लिए दो हेलिकॉप्टर भी लगाए गए हैं।
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