नई दिल्ली। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सतपाल महाराज के खिलाफ पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत को मैदान में उतारने पर विचार कर रही है। इस मुद्दे पर अंतिम फैसला लेने के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेता बैठक करेंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कांग्रेस भाजपा से पार्टी में आने वाले रावत का इस्तेमाल पार्टी से दूसरे दल में जाने वाले सतपाल महाराज के खिलाफ करना चाहती है।
सतपाल महाराज, जो कभी कांग्रेस के दिग्गज थे, 2017 में बीजेपी में चले गए थे और बीजेपी सरकार में मंत्री हैं और उनका राज्य में आधार माना जाता है। लेकिन अब कांग्रेस रावत को मैदान में उतारना चाहती है, जो पहले बीजेपी में थे और अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। महाराज भाजपा के लिए सुरक्षित सीट मानी जाने वाली चौबट्टाखाल से विधायक हैं, लेकिन कांग्रेस का नया कदम भाजपा के लिए मुश्किल स्थिति पैदा कर सकता है।
हरक सिंह रावत की बहू को कांग्रेस पहले ही लैंसडाउन से टिकट दे चुकी है।
कांग्रेस ने सोमवार को उत्तराखंड में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की थी, जिसमें वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को नैनीताल जिले के रामनगर से मैदान में उतारा गया था।
दूसरी सूची में, पार्टी ने हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं रावत को टिकट दिया है, जो हाल ही में भगवा पार्टी द्वारा निष्कासित किए जाने के बाद भाजपा से कांग्रेस में शामिल हो गईं। अनुकृति लैंसडाउन से चुनाव लड़ेंगी।
सूची में अन्य उम्मीदवारों में सूर्यकांत धस्माना (देहरादून कैंट), मोहित उनियाल (डोईवाला), जयेंद्र चंद रमोला (ऋषिकेश), बरखा रानी (ज्वालापुर, एससी सीट), वीरेंद्र कुमार (झाबरेड़ा, एससी सीट) सुभाष चौधरी (खानपुर), अंतरिक्ष सैनी (लक्सर), संध्या दलकोटी (लालकुवा), और महेंद्र पाल सिंह (कालाढूंगी) शामिल हैं।
--आईएएनएस
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