वाराणसी।
अगर आप विदेश में
हैं और होली पर घर आने की छुट्टी नहीं मिल रही है तो निराश मत होइए। उत्तर
प्रदेश के वाराणसी जिले में स्थित अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के
छात्रों द्वारा बनाई गई हाईटेक पिचकारी से लोग घर बैठे आपके ऊपर रंग डाल
सकेंगे।
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इतना ही नहीं, यह पिचकारी न केवल आपको केमिकल रंगों से बचाएगी,
बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से काफी सुरक्षित है। माना जा रहा है कि यह
पिचकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति को पंख लगाएगी और उनके
द्वारा चलाए गए पर्यावरण अभियान को गति देगी।
इस हाईटेक पिचकारी को
बनाने वाली बीटेक छात्रा अनामिका विश्वकर्मा और जतिन मेहरोत्रा ने आईएएनएस
को बताया कि महज 15 दिन में बनने वाली पिचकारी की कई खूबियां हैं। यह न
सिर्फ मोबाइल से संचालित होगा, बल्कि रिमोट कंट्रोल से भी 200 मीटर दूर
बैठे व्यक्ति पर हर्बल रंग चढ़ाया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि इस
पिचकारी की यह खूबी है कि इसमें केमिकल युक्त रंग का उपयोग नहीं होगा।
स्वास्थ्य की दृष्टि से निर्मित इस पिचकारी में पर्यावरण सुरक्षा का भी
ख्याल रखा गया है। इसकी सबसे खूबी यह है कि आप बाहर रहते हुए भी अपने
पेड़-पौधों को इसके माध्यम से सींच सकते हैं।
रिमोट कंट्रोल से भी होगी संचालित :
जिस
प्रकार से खिलौनों को रिमोट से संचालित किया जाता है। ठीक उसी प्रकार इस
पिचकारी को भी रिमोट कंट्रोल के माध्यम से चलाया जाएगा। इसे 200 मीटर की
रेंज तक प्रयोग कर सकते हैं। रिमोट कंट्रोल में दो बटन हैं। एक इसमें हरा
रंग फेंकता है और दूसरा लाल फेंकता है।
विदेशों में बैठे लोगों पर डाल सकेंगे रंग :
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