उन्नाव। उन्नाव के एआरटीओ, अरविन्द सिंह, को बुधवार को एक अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा, जब उन्हें पाकिस्तान के एक नंबर से व्हाट्सप्प कॉल आई। कॉल उठाते ही उन्होंने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए पूछा, "तुम्हारा बेटा कहाँ है?" इस प्रश्न ने एआरटीओ को पसीने-पसीने कर दिया और उन्होंने तुरंत अपने बेटे से संपर्क किया।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दोपहर 2:50 बजे आई इस कॉल में, एक व्यक्ति ने वर्दी पहने अपनी तस्वीर के साथ एआरटीओ को डराने की कोशिश की। कॉल करने वाले ने एआरटीओ से पूछा कि उनके बेटे क्षितिज का क्या हाल है, और यह भी जानना चाहा कि वह पढ़ाई कर रहा है या नौकरी। ये सवाल सुनकर एआरटीओ ने तुरंत फोन काट दिया। लेकिन कुछ समय बाद फिर से वही नंबर से कॉल आई, जिसमें वही सवाल दोहराए गए।
इस बार एआरटीओ ने तुरंत अपने बेटे को फोन किया, लेकिन पहले प्रयास में उनका बेटा फोन नहीं उठा पाया। इस पर एआरटीओ की चिंता बढ़ गई, और उन्होंने बेटे को व्हाट्सप्प पर मैसेज भेजा। जब बेटे ने बताया कि वह कोचिंग में है, तो उनकी जान में जान आई।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की कॉल ठगी या धमकी के लिए होती हैं। फर्जी कॉल करने वाले डिजिटल अपराधी आम लोगों से लेकर अधिकारियों तक सभी को निशाना बना रहे हैं। एआरटीओ ने बताया कि कॉल करने वाला व्यक्ति धमकी भरे लहजे में बात कर रहा था।
अब एआरटीओ ने तय किया है कि वह पुलिस में इस घटना की शिकायत करेंगे, ताकि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके। यह घटना इस बात का सबूत है कि हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए, चाहे हम किसी भी पद पर हों।
इस घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि डिजिटल युग में सुरक्षा एक बड़ी चिंता है। एआरटीओ की सूझबूझ और समय पर कार्रवाई से एक बड़ी अनहोनी टल गई, लेकिन यह सभी के लिए एक चेतावनी भी है कि हमें ऐसे संभावित खतरों के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
चांदी का चम्मच लेकर पैदा होने वाले, जाति का जहर फैला रहे : पीएम मोदी
कांग्रेस के झूठ के झांसे में नहीं फंसे हरियाणा के लोग : जेपी नड्डा
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव के नतीजे पर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने दी प्रतिक्रिया
Daily Horoscope