सुल्तानपुर। देश-प्रदेश की सरकारें भले ही भ्रष्टाचार पर नकेल कसने का दावा कर रही हों, लेकिन ज़मीनी हकीक़त इससे इतर है। बानगी के तौर पर ब्लाक जयसिंहपुर की न्याय पंचायत सेमरी महमूदपुर के गांव पंचायत डड्वा में सरकारी राशन में कोटेदार द्वारा बड़े पैमाने पर बरता गया भ्रष्टाचार है। आरोप है कि यहां कोटेदार ने 20 महीनों में 60 बीपीएल परिवारों का राशन खा डाला है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने विधायक से किया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आगे पढ़े क्या है पूरा मामला
सनद रहे कि ब्लाक जयसिंहपुर अन्तर्गत न्याय पंचायत महमुदपर सेमरी के गांव पंचायत डड्वा में वर्ष 2011 की सूची के अनुसार कुल 173 अंत्योदय व बीपीएल राशन कार्ड धारक हैं। मौजूदा वर्ष 2017 की सूची में कुल 180 परिवार पात्र गृहस्थी की सूची में शामिल किये गये है और का सत्यापन अभी आंगनबाड़ी व ग्राम विकास अधिकारी अभी कर रहे हैं।
2014 में नए राशन कार्ड के लिए तत्कालीन सरकार ने दिए थे निर्देश
गौरतलब रहे कि वर्ष 2014 में पुराने राशन कार्डों की जगह नये राशन कार्ड जारी करने के लिए तत्कालीन सरकार ने पात्र ग्रामीणों से आन लाइन आवेदन मांगा, लोगो ने अपने आवेदन करवाये जो छूट गए उन लोगों ने अपना आवेदन कोटेदार के माध्यम से पूर्ति विभाग के पास पहुँचाया। तत्कालीन सरकार ने पुराने राशन कार्डों को निरस्त कर खाद्य सुरक्षा कानून के तहत नई पात्र गृहस्थी की सूची खाद्य विभाग की वेब साइड पर जारी की जिसके आधार पर कोटेदार राशन का वितरण करने लगे।
सप्लाई इंस्पेक्टर से मिलकर किया गड़बड़ झाला
उसी सूची में कोटेदार डड्वा राम किष्ण सिंह ने जयसिंहपुर के पूर्ति निरीक्षक /सप्लाई इंस्पेक्टर से मिल कर डड्वा गांव पंचायत के 60 पात्र लोगो का नाम हटाकर गांव पंचायत इमिलिया के 60 लोगों का नाम सूची में सम्मलित करवा लिया। जिनके नाम का अनाज तेल चीनी यह कोटेदार लगातार उठाता रहा व विभाग एवं सत्यापन अधिकारी की मिली भगत से हर माह 60 लोगों का अनाज गबन करता रहा। यह सिलसिला करीब 20 माह तक चला।
दूसरे गांव के लोगों का नाम अपलोड कराकर किया घोटाला
डड्वा गाँव के 60 पात्र लोग जब कोटेदार से अपने कार्ड के विषय में पूछते तब कोटेदार जवाब देता कि तुम लोगो का कार्ड कट गया। पूर्व कार्ड धारक मस्तराम यादव, अमित सिंह, लालजी पाल पारसनाथ, जगदम्बा सिंह, बजरंगी सिंह, समेत अन्य लोगो ने मिलकर जब कम्प्यूटर से सूची निकलवाई तो 180 लोगों की डड्वा ग्राम पंचायत की सूची में क्रमांक 44 से लेकर 76 तक करसा इमिलिया के लोगो का नाम व 167 से लेकर 176 तक व क्रमांक 178 से 180 तक करसा इमिलिया के लोगों का नाम सूची में शामिल था। इस तरह से 180 लोगो की सूची में 60 दूसरे गाव पँचायत के लोगों को शामिल कर कोटेदार लगभग 20 माह तक घोटाला करता रहा।
बीजेपी विधायक ने डीएम से किया था शिकायत
कोटेदार की कारगुजारियों से तैयार हुई सूची को निकलवा कर डड्वा गांव के बीजेपी के बूथ अध्यक्ष मस्तराम यादव व अमित सिंह ने सदर विधायक सीताराम वर्मा को सारी बात बतायी तो विधायक ने मामले को सज्ञान में लेते हुए ग्रमीणों से शिकायती पत्र लेकर जिलाधिकारी सुल्तानपुर को कोटेदार के घोटाले की जांच करने को लेकर एक माग पत्र दिया।
शुरु हुई जांच तो कोटेदार ने दिया राशन
जिलाअधिकारी सुल्तानपुर ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए एआर कोऑपरेटिव को जाँच सौपी जो कि अभी जारी है। कोटेदार को जब पता चला कि गाँव के लोगो ने मेरे गबन की शिकायत विधायक और डीएम से की है तो उसने जून 2017 माह से कटे 60 लोगो को राशन देना शुरू कर दिया व् कहा कि अब तुम लोगो का नाम सूची में शामिल हो गया है।
अधिकारी बोले होगी जांच
इस बाबत बात करने पर सप्लाई इंस्पेक्टर जयसिंहपुर डीपी सिंह ने कहा कि यदि इस तरह की गड़बड़ी हुई है तो गम्भीर मामला है जांच कर वैधानिक कानूनी कार्यवाही की जायेगी। गरीबो का अनाज किसी को चोरी करने नही दिया जाएगा।
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