शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पुलिस ने एक ही परिवार के चार सदस्यों को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में एक साहूकार को गिरफ्तार किया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
साहूकार अविनाश बाजपेयी उर्फ आकाश के कर्ज लौटाने के कथित दबाव में आकर चार लोगों के परिवार ने सोमवार को अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी।
बाजपेयी को बुधवार को शाहजहांपुर सीमा पर अल्लाहगंज इलाके से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह पड़ोसी जिले में भागने की कोशिश कर रहा था।
पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया है।
परिवार की मौत के बाद एसएसपी शाहजहांपुर एस आनंद ने जिले में एक हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है, जिस पर किसी साहूकार द्वारा प्रताड़ित होने पर लोग रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं।
ज्ञात हो कि दवाओं के थोक आपूर्तिकर्ता 42 वर्षीय अखिलेश गुप्ता, उनकी पत्नी और दो नाबालिग बच्चे सोमवार को अपने घर के अंदर फंदे से लटके पाए गए थे।
गुप्ता ने अपने सुसाइड नोट में अविनाश बाजपेयी को इस कदम के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
एसएसपी आनंद ने बताया कि गुप्ता बरेली जिले के फरीदपुर क्षेत्र का रहने वाला था और अपना कारोबार बढ़ाने के लिए शाहजहांपुर में बस गया था। जब वह किराए के घर से अपने घर में शिफ्ट हो रहा था तभी उसकी मुलाकात मनी लैंडर (साहूकार) अविनाश बाजपेयी से हुई थी।
उन्होंने कहा, "बाजपेयी ने गुप्ता को ब्याज पर एक अज्ञात राशि दिलाने में मदद की थी। अखिलेश पैसे वापस करने में विफल रहे और बाजपेयी ने उन्हें अपने घर के स्वामित्व को स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया।"
"गुप्ता तब अपने ही घर में किराएदार के रूप में रह रहे थे और हाल ही में बाजपेयी ने उन्हें घर खाली करने के लिए कानूनी नोटिस भेजा था। बेदखली का नोटिस मिलने के बाद गुप्ता काफी परेशान थे और शायद इसी वजह से उन्होंने खुद को और अपने परिवार को मार डाला। हमने बाजपेयी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में जेल भेज दिया है।"
एसएसपी ने कहा कि शवों के पोस्टमार्टम में फांसी से मौत की पुष्टि हुई है।
--आईएएनएस
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