रामपुर। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के सैंकड़ों किसान गुरुवार को प्रदेश के कैम्प कार्यालय पर एकत्र हुए और ट्रैक्टरों पर सवार होकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए।
इस दौरान किसानों ने पंचायत में अपनी समस्याएं रखीं जिसमें सबसे बड़ी समस्या बाढ़ ग्रस्त गांवों में फसलों को हुए नुक़सान के मुआवज़े का था और आरोप था कि प्रशासन ने बाढ़ की चपेट में आए दर्जनों गांवों को बाढ़ग्रस्त घोषित नहीं किया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रदर्शनकारी किसानों का आरोप था कि बिजली, पेयजल वगैरह की समस्याओं को भी रखा। लम्बे समय तक चले धरने के बाद एडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट ने डीएम सभागार में किसानों को बुलाकर वार्ता की और उनकी समस्याओं को सुनकर समाधान का आश्वासन दिया।
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