नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को कांग्रेस के गढ रायबरेली पहुंचे। जहां उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी को परिवारवाद से मुक्त करना है और अब यहां के लोगों के विकास की जिम्मेदारी योगी सरकार की है।’ हालांकि, अमित शाह के भाषणों से ज्यादा रैली स्थल पर मौजूद पोस्टर खासा चर्चा का विषय का रहा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दरअसल, अमित शाह के इस रैली में जो पोस्टर लगा था उसमें पीएम मोदी की तस्वीर कहीं नजर नहीं आ रही थी। पोस्टर में अमित शाह, सीएम योगी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र पांडे और मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के अलावा अन्य लोगों की तस्वीरें लगी थी। लेकिन पीएम मोदी की तस्वीर कहीं भी नजर नहीं आ रही थी। इस पर जब मिडिया ने सवाल किया तो, स्थानीय नेताओं ने कहा कि यह एक मानवीय भूल थी। इसका कोई मतलब ना निकाला जाए।
वहीं रैली स्थल पर अमित शाह ने कहा, ‘देश के कई बडे नेता यहां से जीत कर गए हैं, लेकिन यहां का विकास नहीं हुआ।’ उन्होंने कहा कि सत्य कोई भी छुपा नहीं सकता है। हर बडे काम में बाधा आती है, लेकिन सफलता जरूर मिलेगी और रायबरेली में कमल खिलेगा। रैली में शाह ने कांग्रेस के परिवारवाद की राजनीति पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि ‘रायबरेली को अब परिवारवाद से मुक्ती मिलेगी और भाजपा रायबरेली में विकासवाद लाएगी।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार राज्य में विकास कर रही है और अब रायबरेली में ‘दिन दूना रात चौगुना विकास’ होगा।’ उन्होंने कहा कि, ‘रायबरेली की भूमि में कांग्रेस के बडे-बडे नेता घूमते थे, लेकिन विकास नहीं किया। अब बारी भाजपा की है, जो क्षेत्र में विकास करेगी।’ इतना ही नहीं अमित शाह ने राहुल गांधी को आतंकवाद के मुद्दे पर देश से माफी मांगने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि रायबरेली को भाजपा मॉडल जिला बनाएगी और पांच साल में उत्तर प्रदेश का बहुत विकास होगा।
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