नोएडा। नोएडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सूचित किया है कि उत्तर प्रदेश में एक अच्छी तरह से संगठित ट्रांसफर-पोस्टिंग गिरोह पनप रहा है। एसएसपी ने बताया कि तबादला कराने की एवज में 50 लाख रुपये से लेकर 80 लाख रुपये तक की बड़ी रकम की पेशकश की जा रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नोएडा एसएसपी वैभव कृष्ण ने गिरोह में शामिल यूपी कैडर के कम से कम पांच भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों के नामों का भी जिक्र किया है।
वैभव कृष्ण ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के नाम लिखे एक गोपनीय पत्र में पांच आईपीएस अधिकारियों की मोबाइल फोन रिकॉर्डिग का खुलासा किया है, जिसमें व्हाट्सएप मैसेज की जानकारी भी शामिल है। इससे पता चलता है कि एसएसपी मेरठ की पोस्ट के लिए एक आईपीएस अधिकारी और एक पावर-ब्रोकर के बीच 80 लाख रुपये में सौदा हुआ।
इस पत्र में लिखा गया है कि मामले की जांच के दौरान जानकारी सामने आई और विभिन्न धाराओं सहित गैंगस्टर अधिनियम के तहत 23 अगस्त 2019 को चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था।
पत्र की पुष्टि करते हुए एसएसपी वैभव कृष्ण ने आईएएनएस को बताया कि उन्होंने पिछले महीने सरकार को ट्रांसफर-पोस्टिंग रैकेट में शामिल एक उच्च संगठित गिरोह के बारे में जानकारी दी है।
मुख्तार अंसारी की मौत पर सपा व बसपा ने उठाए सवाल, उच्चस्तरीय जांच की मांग
बिल गेट्स ने लिया मोदी का इंटरव्यू: बोले- हमारे यहां बच्चा पैदा होता है तो आई भी बोलता है AI भी बोलता है
मुख्तार अंसारी - प्रतिष्ठित परिवार से अपराध की दुनिया तक का सफर, यहां पढ़ें
Daily Horoscope