ऋतु भार्गव,मेरठ। मेरठ के थाना परतापुर क्षेत्र
में 29 दिसंबर 2017 को हुई छापेमारी में मिले लगभग 25 करोड़ के पुराने नोटों के
मामले में आज नाटकीय तरीके से बिल्डर और मुख्य आरोपी संजीव मित्तल ने सीओ
ब्रह्मपुरी के आफिस पहुंचकर दो दिन पहले मिल सुप्रीम कोर्ट से स्टे की प्रति पुलिस
को रिसीव कराई। यहां से संजीव मित्तल को पूछताछ के लिए थाना ब्रह्मपुरी भेज दिया
गया। थाने पहुंचे संजीव मित्तल ने कहा कि इस धनराशि से मेरा कोई वास्ता नहीं है।
ये रकम कब और कहा से आई इसका उसे पता नहीं है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इसके अलावा संजीव मित्तल को नोएडा
स्थित इनकम टैक्स आफिस में गुरुवार शाम 4 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इस
पूरे मामले में सीओ ब्रह्मपुरी अखिलेश भदोरिया का कहना है कि संजीव मित्तल से हर
बिंदू पर पूछताछ की जा रही है। क्योंकि अरेस्ट पर स्टे है लिहाजा संजीव मित्तल को
पूछताछ के लिए सहयोग करने के लिए कहा गया है। आपको बता दें दिसंबर में बिल्डर संजीव
मित्तल के थाना परतापुर के राजकमल कालोनी स्थित घर और दफ्तर से छापेमारी के दौरान
25 करोड़ रुपये की पुरानी करेंसी बरामद हुई थी। तभी से संजीव मित्तल फरार चल रहा
था। क्यों बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया था इसलिय संजीव मित्तल ने पहले
इलाहाबाद हाई कोर्ट में अरेस्ट स्टे करने की अपील की थी। लेकिन आदेश नहीं मिलने के
कारण बिल्डर संजीव मित्तल सुप्रीम कोर्ट चला गया था जहां से मंगलवार को उसे 6
सप्ताह के लिए स्टे मिल गया था। इसी के बाद संजीव आज मेरठ पुलिस आफिस पहुंचा था।
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