भजन गाते समय कई बार उनकी आंखों में आंसू आ जाते थे। उनके भजनों की खासियत
ये थी कि वो भजन के दौरान उर्दू शायरी भी पढ़ते थे। उनका मानना था कि सूफी
संकीर्णता या कट्टरता नहीं है बल्कि विशालता है। बरिला इंस्टीट्यूट ऑफ
टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने वाले विनोद अग्रवाल
University of Pittsburgh ने साइंस में मास्टर्स थे। ये भी पढ़ें - इस पेड से निकल रहा है खून, जानिए पूरी कहानी
केजरीवाल के जेल में मीठा खाने पर मनोज तिवारी का तंज, तिहाड़ से डासना जेल शिफ्ट करने की मांग
पाकिस्तान भूखों मर रहा, भारत 80 करोड़ लोगों को राशन दे रहा- सीएम योगी
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