मथुरा/आगरा। मथुरा और वृंदावन में यमुना नदी में शुक्रवार और शनिवार को हजारों मछलियों के मृत पाए जाने के बाद भक्तों और तीर्थयात्रियों ने नदी को साफ रखने में नाकाम रहने के लिए सरकारी एजेंसियों को दोषी ठहराया। दीवाली पर गोवर्धन और यमुना की विशेष पूजा के लिए लाखों भक्त मथुरा आते हैं।
गुजरात के एक श्रद्धालु प्रदीप भाई ने कहा कि मैंने जैसे ही डुबकी लगाने के लिए जल में प्रवेश किया, मुझे चारों ओर मरी हुईं मछलियां नजर आईं। मथुरा में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि स्वच्छ न किए गए पानी और कारखानों द्वारा छोड़े गए प्रदूषक तत्वों के परिणामस्वरूप ऑक्सीजन की कमी के कारण मछलियों की मौत हुई है।
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सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बिना किसी जानकारी के अशोधित पानी को नदी में छोड़े जाने के लिए ओखला बैराज अधिकारियों को दोषी ठहराया है।
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