लखनऊ। रेशम उत्पादन और संबंधित क्षेत्रों में असाधारण योगदान देने वाले व्यक्तियों को योगी सरकार की ओर से पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेशम रत्न सम्मान प्रदान किया जाएगा।
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यह सम्मान रेशम विभाग की ओर से 8 श्रेणियों में दिया जाएगा। इसका उद्देश्य रेशम उद्योग में नवाचार, उत्पादन और डिजाइनिंग को प्रोत्साहन देना है।
रेशम क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह सम्मान उन व्यक्तियों को दिया जाएगा, जिन्होंने कोकून उत्पादन, रेशम फिनिश प्रोडक्ट में नवाचार, रेशम निर्मित परिधान और अन्य उत्पाद में सर्वोत्तम डिजाइनिंग और लाइफटाइम अचीवमेंट जैसी श्रेणियों में बेहतर काम किया है।
उत्तर प्रदेश सरकार के खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान ने बताया कि रेशम उद्योग प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस सम्मान का उद्देश्य प्रदेश के उन कारीगरों और उद्यमियों को प्रोत्साहित करना है, जो रेशम उद्योग में निरंतर सुधार और नवाचार कर रहे हैं।
हर श्रेणी में प्रथम पुरस्कार के रूप में 50,000 रुपये की नकद राशि और द्वितीय पुरस्कार के रूप में 25,000 रुपये की धनराशि दी जाएगी। साथ ही विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम में रेशम उद्योग से संबंधित "रेशम मित्र" पत्रिका का विमोचन भी किया जाएगा।
इसके साथ ही, रेशम मित्र पोर्टल का शुभारंभ किया जाएगा, जो रेशम उत्पादन और व्यापार से जुड़े व्यक्तियों के लिए ज्ञान और संसाधनों का एक अनूठा मंच प्रदान करेगा।
सम्मान के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और आवेदन की अंतिम तिथि 10 अक्टूबर, 2024 निर्धारित की गई है।
आवेदन पत्र विभाग की वेबसाइट और रेशम मित्र पोर्टल पर उपलब्ध हैं।
इच्छुक प्रतिभागी अपने आवेदन पत्र रेशम निदेशालय, विश्वास खंड-3, गोमतीनगर, लखनऊ को भेज सकते हैं।
--आईएएनएस
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