लखनऊ। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में उत्तर प्रदेश की 14 संसदीय सीटों पर रविवार को 54.72 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। हालांकि इस बार उत्तर प्रदेश में सबसे कम मतदान हुआ। छठे चरण में पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक और यूपी में सबसे कम मतदान हुआ। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी रमेश चन्द्र के मुताबिक छठे चरण में सर्वाधिक 58. 78 प्रतिशत मतदान अम्बेडकर नगर और सबसे कम 50, 58 प्रतिशत मतदान इलाहाबाद में हुआ। इस बार वर्ष 2014 के मुकाबले .41 प्रतिशत कम मतदान हुआ। कुछ जगहों से ईवीएम खराब होने और छिटपुट घटनाओं की खबरें आईं, लेकिन कोई बड़ी वारदात नहीं हुई।
लू ने बताया कि शाम छह बजे तक सुलतानपुर में 54.56 प्रतिशत, प्रतापगढ़ में 53.20, फूलपुर में 51.38, इलाहाबाद में 50.58, अंबेडकरनगर में 58.78, श्रावस्ती में 51.41, डुमरियागंज में 51.80 , बस्ती में 58.00, संत कबीर नगर में 53.30, लालगंज में 55.70, आजमगढ़ में 56.20, जौनपुर में 54. 80, मछलीशहर में 53.20 और भदोही 54.76 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
यूं बढ़ा मतदान का दौर
- उत्तर प्रदेश में 3 बजे तक 43.35 प्रतिशत मतदान हुआ।
- उत्तर प्रदेश में 2 बजे तक 34.30 प्रतिशत मतदान हुआ।
- उत्तर प्रदेश में 1 बजे तक 21.90 प्रतिशत मतदान हुआ।
- उत्तर प्रदेश में 12 बजे तक 21.75 प्रतिशत मतदान हुआ।
- उत्तर प्रदेश में सुबह 10 बजे तक 9.37 प्रतिशत मतदान हुआ।
- उत्तर प्रदेश में सुबह 9 बजे तक 6.86 प्रतिशत मतदान हुआ।
छठे चरण में सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही लोकसभा सीट पर मतदान हुआ।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने बताया कि छठे चरण के लिए कुल 2.57 करोड़ मतदाता 177 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
चुनाव आयोग ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। आयोग के प्रेक्षकों के साथ-साथ जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट मतदान पर कड़ी नजर बनाए हुए थे।
लू के मुताबिक छठे चरण में कुल 4,995 संवेदनशील मतदान केंद्र चिह्न्ति किए गए। इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों के सशस्त्र जवान तैनात किए गए। साथ ही 2,402 बूथों पर डिजिटल कैमरे लगाए गए जबकि 1,883 केंद्रों पर वीडियो कैमरे लगाए गए।
इस चरण में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी व मुकुट बिहारी वर्मा, जगदम्बिका पाल, रमाकांत यादव और डॉ. संजय सिंह जैसे दिग्गजों के राजनीतिक भविष्य का फैसला होगा। आजमगढ़ को छोड़ कर वर्ष 2014 में अन्य क्षेत्रों में भाजपा या उसके सहयोगी दल (अपना दल) का कब्जा था।
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