वर्ष 2015 में दुर्घटनाओं की संख्या बढक़र 919 हो गई, जिनमें 1535 लोगों की
मौत हुई थी, और 143 लोग अति गंभीर रूप से घायल हो गए थे, 403 गंभीर रूप में
घायल हुए थे, जबकि 989 लोगों को हल्की चोटें आईं थीं। इसी तरह, 2016 में
दुर्घटनाओं की संख्या और बढ़ गई। कुल 1219 दुर्घटनाओं में 1657 लोग मारे गए
थे, और 133 लोग अति गंभीर रूप से घायल हुए, 421 गंभीर रूप से घायल हो गए
तथा 1103 लोगों को हल्की चोटें आई थीं। आंकड़े के अनुसार, 2017 में हालांकि
दुर्घटनाओं में थोड़ी कमी आई, मगर मृतकों की संख्या बढ़ गई।
कुल 763
दुर्घटनाओं में 1572 लोग मारे गए और 145 लोग अति गंभीर रूप से घायल हुए,
407 लोग गंभीर रूप से घायल हुए और 1020 लोगों को हल्की चोटें आईं थीं। वर्ष
2018 के जनवरी महीने में कुल 37 दुर्घटनाएं घटीं, जिनमें 78 लोग मारे गए
और चार लोग अति गंभीर रूप से घायल हुए, जबकि 20 लोग गंभीर रूप से घायल हुए,
और 54 लोगों को हल्की चोटें आई थीं। दुर्घटनाओं के इस पूरे आंकड़े को देखा
जाए तो इस राजमार्ग के उद्घाटन के बाद से दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या
में लगभग हर साल वृद्धि हो रही है। सिर्फ 2014 और 2017 में वृद्धि के क्रम
थोड़ा विराम रहा है।
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