लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के कर्मचारियों के भविष्य निधि (पीएफ) को निजी कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) में निवेश करने के मामले में गिरफ्तार पूर्व एमडी एपी मिश्रा को आज कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एपी मिश्रा की 7 दिन की कस्टडी रिमांड की अर्जी दी थी, लेकिन कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड ही मंजूर की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मिश्रा को मंगलवार को कई घंटे की पूछताछ के बाद ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही घोटाले के आरोपी सुधांशु द्विवेदी और पीके गुप्ता को भी तीन दिन की कस्टडी रिमांड मिली है। प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों यूपीपीसीएस कर्मियों का पीएफ, डीएचएफएल में जमा कराने वाले तत्कालीन निदेशक वित्त सुधांशु द्विवेदी और महानिदेशक पीके गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
इसके बाद पुलिस ने दोनों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घोटाले के सबूत जमा करने के लिए छापेमारी जारी है। मिश्रा पूर्ववर्ती अखिलेश और मायावती की सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रहे थे। मिश्रा ने यूपीपीसीएल के एमडी रहते हुए एक ऑटोबायोग्राफी भी लिखी थी, जिसका अखिलेश यादव ने विमोचन किया था।
CJI को वकीलों की चिट्ठी पर मोदी ने कहा, डराना-धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति
शिंदे गुट में शामिल हुए गोविंदा, मुंबई नॉर्थ वेस्ट से हो सकते हैं उम्मीदवार
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope