बलिया। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को बड़ा फैसला लेते हुए भाजपा से अलग होकर प्रदेश की लोकसभा की 25 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
राजभर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निजी सचिव को अपना इस्तीफा भी भेज दिया है। उन्होंने बलिया के रसड़ा में पार्टी के नेताओं के साथ बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा से ही गठबंधन धर्म निभाने का प्रयास किया।
राजभर ने कहा, "सहयोगी दल होने के नाते हमने पूर्वाचल की केवल एक सीट से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन हमारे प्रस्ताव को दरकिनार करते हुए भाजपा नेतृत्व ने कोई जवाब नहीं दिया। हमने सहयोगी दल होने के नाते अपना धर्म निभाया, इसके बाद भी भाजपा नेतृत्व ने हमारी अनेदखी की है।"
राजभर ने बताया कि शनिवार की रात मुख्यमंत्री ने उन्हें अपने आवास पर बुलाया और उनसे केवल घोसी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने को कहा, जिसे उन्होंने मना कर दिया।
उन्होंने कहा, "हमने स्पष्ट रूप से बता दिया कि हम किसी भी सूरत में भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।" सुभासपा अध्यक्ष ने कहा, "बार-बार मुख्यमंत्री से आग्रह करने के बाद भी मेरी भावनाओं को नहीं समझा गया, जिसके कारण बाध्य होकर उसी रात तीन बजे सुबह में मुख्यमंत्री आवास जाकर मैंने उनके निजी सचिव को अपना इस्तीफा दे दिया। लेकिन निजी सचिव ने इस्तीफा लेने से इंकार कर दिया।"
उन्होंने बताया कि कार्यकर्ताओं और जनता की भावनाओं को देखते हुए अब उन्होंने अकेले ही लोकसभा के छठे और सातवें चरण के चुनाव में पूर्वाचल से कुल 25 प्रत्याशियों को उतारने की घोषणा कर दी है।
उन्होंने कहा, "अब जो भी बाधाएं आएंगी, उनका हम डटकर मुकाबला करने को तैयार हैं।"
राजभर ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में महागठबंधन व कांग्रेस के साथ वह कोई समझौता नहीं करने वाले हैं और वह अकेले दम पर ही चुनाव लड़ेंगे।
--आईएएनएस
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