अयोध्या । उत्तर प्रदेश सरकार ने
अयोध्या और दक्षिण कोरिया के सांस्कृतिक संबंधों को सुदृढ़ बनाने की योजना
को मूर्त रूप देने का बनाया है। इस निमित्त सरकार ने क्वीन हो मेमोरियल
पार्क का निर्माण करा लिया है। सरयू तट पर करीब दो हजार वर्गमीटर में फैले
दो देशों के ऐतिहासिक रिश्तों का यह प्रतीक स्थल लगभग 21 करोड़ रुपये से
बनकर तैयार हो गया है। प्रशासनिक स्तर पर अब इसके लोकार्पण को लेकर हलचल
तेज हो चुकी है। पर्यटन विभाग तैयारी में जुट गया है। उम्मीद है कि
दीपोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ के अयोध्या पहुंचने पर पार्क का
लोकार्पण किया जा सकता है। इसमें दक्षिण कोरिया की राज्य महिषी सहित शीर्ष
राजनेताओं के शामिल होने की भी संभावना है। वहां के कई प्रतिनिधियों का आना
भी तय माना जा रहा है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दक्षिण कोरियाई इतिहास के अनुसार अयोध्या की राजकुमारी श्रीरत्ना
दो हजार वर्ष पूर्व जल मार्ग से दक्षिण कोरिया पहुंचीं। वहां उनका विवाह
राजा सूरो से हुआ।
नवंबर 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व
दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जोंग सुक ने संयुक्त रूप से रानी हो
पार्क का शिलान्यास किया था। प्रदेश सरकार एवं दक्षिण कोरिया के सामंजस्य
से निर्मित इस पार्क का निर्माण पूर्ण हो चुका है।
पार्क में आने वाले दर्शकों का गौरवशाली अतीत से साक्षात्कार हो। भावी पीढ़ी भी इतिहास से अवगत हो, सरकार ने इसका भी ध्यान रखा है।
पार्क
में ध्यान केंद्र, प्रदर्शनी कक्ष के साथ सरोवर व उस पर आकर्षक सेतु बनाया
गया है। सेतु के एक किनारे पर राजा सूरो का किंग पवेलियन, जबकि दूसरे छोर
पर अयोध्या का प्रतिनिधित्व करता रानी हो का क्वीन पवेलियन है। राजकुमारी
श्रीरत्ना की कोरिया यात्रा की प्रतीक नाव एवं रास्ते में मिला गोल्डन एग
भी पार्क में स्थापित है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि
दीपोत्सव पर पार्क के उद्घाटन की तैयारी है। इस स्मारक की साज-सज्जा और
स्थापत्य संयोजन में भारतीय परंपरा के साथ दक्षिण कोरियाई परंपरा का भी
समावेश किया गया है। किंग पवेलियन का निर्माण दक्षिण कोरिया के सहयोग से
पूर्ण हुआ है। पार्क में शिलालेख भी स्थापित है, जिससे पर्यटकों को पार्क
की महत्ता समझने में भी आसानी होगी।
सरकार की ओर मिली जानकारी के
अनुसार क्वीन हो मेमोरियल पार्क का निर्माण सितंबर 2019 में शुरू हुआ था।
नवंबर 2021 में इसका कार्य पूर्ण हो गया है। 2192.03 लाख रुपये स्वीकृत किए
गए थे, जबकि 1884.40 लाख रुपये खर्च कर इसे तैयार किया गया है। यहां
मेडिटेशन हॉल, क्वीन पवेलियन, किंग पवेलियन, वाटर टैंक, फुट ओवर ब्रिज, सब
स्टेशन, ट्यूबवेल, पाथवे, शौचालय, फाउंटेन, ओएटी, लैंडस्केपिंग, स्कल्चर,
गार्ड रूम, मूरल, ऑडियो-विडियो, बाउंड्रीवॉल, पाकिर्ंग व पॉण्ड का निर्माण।
--आईएएनएस
लोकसभा चुनाव 2024 का पहला चरण - त्रिपुरा, सिक्किम में 80 फीसदी से ज्यादा मतदान, बिहार में 50 फीसदी से कम मतदान
राहुल की कप्तानी पारी, लखनऊ ने सीएसके को आठ विकेट से हराया
केन्या में भारी बारिश से 32 लोगों की मौत
Daily Horoscope