लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक 90 वर्षीय एनआरआई से साइबर ठगों ने 10 लाख रुपये की ठगी की। ठगों ने एनआरआई से एक ऐप डाउनलोड करने और कार रजिस्ट्रेशन नंबर के रिनुअल के आवेदन के लिए फीस के रूप में 10 रुपये का भुगतान करने के लिए कहा। कनाडा (मॉन्ट्रियल) के सहारा एस्टेट्स के रामेश्वर चौबे ने कहा कि उन्होंने बलिया जिले के नगवा में लड़कियों के डिग्री कॉलेज को डोनेट करने और प्राथमिक कक्षा के छात्रों की छात्रवृत्ति के लिए पैसे बचाए थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पीड़ित 25 जनवरी को अपने रिश्तेदारों से मिलने और घर की मरम्मत कराने के लिए लखनऊ गया था।
चौबे ने गूगल पर सर्च करने के बाद लखनऊ के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का एक मोबाइल नंबर डायल किया और कॉल लेने वाले ने उनसे एनीडेस्क एप डाउनलोड करने को कहा।
फॉर्म भरने के बाद उनसे 10 रुपये प्रोसेसिंग फीस के रूप में देने को कहा गया।
उन्होंने कहा, घटना के दिन शाम 4 बजे तक एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा कॉल का इंतजार करने के लिए कहा गया, लेकिन किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया। थोड़ी देर बाद मुझे अपने बैंक खाते से 5 लाख रुपये के डेबिट का संदेश मिला और जब तक मैंने अपने बैंक अकाउंट के माध्यम से लेनदेन बंद कर दिया तब तक 5 लाख रुपये और काट लिए गए।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) साइबर सेल त्रिवेणी सिंह ने कहा कि एक एफआईआर दर्ज की गई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।(आईएएनएस)
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