लखनऊ। छात्रा द्वारा फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने के बाद निजी स्कूल के प्रधानाध्यापक और कर्मचारियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। 11वीं कक्षा की छात्रा के पिता ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनके पास एक शिक्षिका का फोन आया था। उन्होंने कहा कि आपकी बेटी को नकल करते पकड़ा गया है। उन्होंने मुझे सर्वोदय नगर में स्कूल आने के लिए कहा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
यूपी पुलिस के रेडियो वायरलेस विभाग में कार्यरत छात्रा के पिता ने कहा कि उत्तर प्रदेश के डीजीपी के रेडियो मुख्यालय का दौरा करने के कारण वह नहीं जा सके, उसने अपनी पत्नी को जाने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, मेरी पत्नी को स्कूल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई और कहा गया था कि सभी छात्र चले गए हैं।
उन्होंने कहा कि वह दोपहर के भोजन के लिए घर पहुंचा, तो उसकी पत्नी घबराई हुई थी। उसे बताया कि हमारी बेटी स्कूल में नहीं मिली।
छात्रा के पिता ने अपनी शिकायत में कहा, मैं तुरंत स्कूल पहुंचा और पाया कि मेरी बेटी एक स्टूल पर बैठी है और अकेले परीक्षा दे रही है। मैंने उसे सांत्वना देने की कोशिश की, लेकिन एक स्टाफ सदस्य ने मुझे रोका और मुझे प्रिंसिपल से मिलने के लिए कहा। प्रिंसिपल ने मुझे अपमानित किया। हमें 50 मिनट से अधिक समय तक एक अलग जगह पर बिठाया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को प्रिंसिपल, क्लास टीचर और अन्य कर्मचारियों द्वारा मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इससे परेशान होकर उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
एसएचओ महानगर, के.के. तिवारी ने कहा, लड़की ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। उसके माता-पिता ने दरवाजा खटखटाने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। जब उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो पाया कि वह फांसी के फंदे पर लटकी हुई है।
डीसीपी सेंट्रल जोन, अपर्णा रजत कौशिक ने कहा कि आईपीसी 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
कौशिक ने कहा, लड़की अंग्रेजी की परीक्षा दे रही थी और शिक्षकों ने पहले कभी उसे डांटा नहीं था। हम सीसीटीवी की जांच करेंगे।
स्कूल के निदेशक निर्मल टंडन ने संवाददाताओं को बताया कि लड़की कॉमर्स की छात्रा थी और नकल करते पकड़े जाने पर वह अंग्रेजी की परीक्षा दे रही थी।
उन्होंने कहा, हमने उसे डांटा नहीं, बल्कि उसकी और उसके माता-पिता की काउंसलिंग की। यह सब सीसीटीवी में रिकॉर्ड है, जिसे हमने पुलिस के साथ साझा किया है।(आईएएनएस)
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