इसके बाद 31 अगस्त को वसीम रिजवी ने आयतुल्लाह आगा-ए-शीस्तानी के पास मंदिर
तोडक़र मस्जिद बनाए जाने पर स्पष्ट राय मांगी है। आपको बताते जाए कि वसीम
रिजवी को शिया समुदाय ने इस्लाम से खारिज कर दिया गया। लखनऊ में शिया
मौलाना ने रिजवी को इस्लाम से खारिज करने पर वसीम रिजवी ने आयतुल्लाह
आगा-ए-शीस्तानी से फतवा मांगा। इस पर नई राय दी है कि किसी भी मुसलमान को
जो नमाज पढ़ता है उसे इस्लाम से खारिज करने का हक किसी मौलाना और मौलवी को
नहीं है। रिजवी ने बताया कि आयतुल्लाह आगा-ए-शीस्तानी का फतवा पूरी दुनिया
में माना जाता है। ये भी पढ़ें - क्या आपकी लव लाइफ से खुशी काफूर हो चुकी है...!
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