कृष्णम, शत्रुघ्न सिन्हा से लोकसभा चुनाव के वक्त से नाराज हैं।
लखनऊ लोकसभा सीट से जब कृष्णम कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे
थे, तब उनके खिलाफ शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा सपा के टिकट पर
यहीं से लड़ रही थीं और अभिनेता कांग्रेस में होने के बाद भी अपनी पत्नी के
लिए प्रचार कर रहे थे।
आचार्य कृष्णम ने कहा कि संतोष सिंह और
सत्यदेव त्रिपाठी जैसे वरिष्ठ नेताओं को बिना किसी कारण के निष्कासित किया
जा सकता है, लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा जैसे लोगों के कार्यों को पार्टी द्वारा
अनदेखा किया जा रहा है।
कांग्रेस नेता जीशान हैदर ने यह भी कहा कि जिन नेताओं की निष्ठा अन्य दलों के साथ है, उन्हें बाहर का दरवाजा दिखाया जाना चाहिए। उन्होंने
कहा, "जब से वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं, वह एक बार भी पार्टी
कार्यालय में नहीं आए हैं, लेकिन वह निरंतर समाजवादी पार्टी के कार्यालय
में जाते रहते हैं।"
इसबीच, संपर्क करने पर शत्रुघ्न सिन्हा ने
आईएएनएस से कहा, "यशवंत सिन्हा मेरे मित्र हैं और मैं उनकी गांधी संदेश
यात्रा का हिस्सा हूं। जिस कार्यक्रम की आप बात कर रहे हैं, वह
गैर-राजनीतिक समारोह था।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि कुछ
निहित स्वार्थों से विवाद अनावश्यक रूप से उत्पन्न हो रहा है। कांग्रेस के
प्रति मेरी निष्ठा में कोई संदेह नहीं है, लेकिन प्रत्येक के जीवन के
व्यक्तिगत और राजनीतिक पहलुओं में अंतर होना चाहिए।"
--आईएएनएस
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