लखनऊ। पूर्व मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मंगलवार सुबह उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की, जिससे नई अटकलों को बल मिला है। उनकी मुलाकात के बाद अब भगवा पाले में राजभर की वापसी को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एसबीएसपी 2019 तक भाजपा की सहयोगी थी, जब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजभर को अपने मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया था।
एक घंटे तक चली बैठक के बाद स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि यह सिर्फ एक शिष्टाचार मुलाकात थी, जिसमें कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं था।
उन्होंने कहा, हम बस सौहार्दपूर्ण ढंग से मिले और बातचीत की।
राजभर अन्य दलों से समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं और ओबीसी श्रेणी के विभिन्न समूहों से समर्थन हासिल करने के लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा का गठन किया है।
असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के साथ उनका गठबंधन, हालांकि, समाजवादी पार्टी के साथ उनके गठबंधन में बड़ी बाधा साबित हो रहा है।
इस बीच, भाजपा के सूत्रों ने कहा है कि यूपी भाजपा प्रमुख और राजभर के बीच बैठक की व्यवस्था भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दया शंकर सिंह ने की थी।
सूत्रों ने बताया कि दया शंकर ने सोमवार देर शाम राजभर को फोन कर स्वतंत्र देव सिंह से मिलने को कहा था।
राजभर ने पुष्टि की कि उन्होंने और स्वतंत्र देव सिंह ने अपने-अपने राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर चर्चा की।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह फिर से भाजपा के साथ गठबंधन करने की योजना बना रहे हैं, राजभर ने कहा, राजनीति में कुछ भी हो सकता है।
दूसरी ओर, राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि राजभर गैर-भाजपा दलों के बीच अपनी सौदेबाजी की स्थिति को बढ़ाने के लिए शायद एक प्रकार का परीक्षण कर रहे हैं।
--आईएएनएस
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