लखनऊ। बकरीद त्योहार से एक महीना पहले द पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया ने बकरों की कुर्बानी देने से रोकने के लिए एक अभियान शुरू किया है। बकरीद त्योहार 31 जुलाई और 1 अगस्त को है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
लखनऊ में पेटा ने कई होर्डिग लगाई हैं, जिस पर लिखा है, "मैं मैं हूं, मांस नहीं, व्यक्तिगत रूप से देखें, शाकाहारी बनें।" होर्डिग में एक बकरा भी नजर आ रहा है।
ईद उल-अजहा जैसे त्योहार के दौरान बकरों की बलि देने की प्रथा है।
पेटा इंडिया के कानूनी सहयोगी अमीर नबी ने कहा, "सभी धर्म दया का आह्वान करते हैं, और किसी भी धर्म में मांस खाना जरूरी नहीं होता है। मैं ईद पर जरूरतमंदों को फल बांटता हूं। बकरों को दर्द और डर महसूस होता है, अलग तरह के व्यक्ति बनें, और उनके जीवन को भी महत्व दें। जैसा कि हम करते हैं।"
पेटा इंडिया ने राज्यों से त्योहार पर किसी भी तरह के अवैध परिवहन और जानवरों की हत्या को रोकने का भी आह्वान किया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही फैसला दे दिया है कि जानवरों को केवल आधिकारिक तौर पर लाइसेंस प्राप्त बूचड़खानों में ही मारा जा सकता है।
--आईएएनएस
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