लखनऊ/गाजीपुर | उत्तर प्रदेश के
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर अब गाजीपुर के जिलाधिकारी (डीएम) के खिलाफ
धरना नहीं देंगे। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद
उन्होंने प्रस्तावित धरना वापस ले लिया।
डीएम से नाराज राजभर चार जुलाई को गाजीपुर में जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना
देने वाले थे। उनका कहना है कि जिलाधिकारी का रवैया ठीक नहीं है। वह
मंत्री की बात भी नहीं सुन रहे हैं, इसलिए उन्हें तुरंत हटाया जाए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भारतीय
समाज पार्टी (भासपा) नेता राजभर की डीएम से नाराजगी मीडिया में सुर्खियां
बन रही थीं। उनके तीखे तेवर देख मुख्यमंत्री ने उन्हें मुलाकात के लिए
बुलाया। मुलाकात और बात के बाद राजभर संतुष्ट हुए। उन्होंने चार जुलाई को
गाजीपुर में जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रस्तावित धरना स्थगित करने की बात
कही।
मुख्यमंत्री ने मंत्री राजभर से बातचीत के बाद उनके 19
बिंदुओं में से 17 पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसमें गाजीपुर
के डीएम को हटाने की भी कार्रवाई होगी। यूपी में भाजपा के नेतृत्व वाली
सरकार में अपना दल (एस) के अलावा भासपा भी सहयोगी है।
यह पहली बार
नहीं है कि योगी सरकार में जिला प्रशासन और मंत्री आमने-सामने हैं। कुछ
दिनों पहले भाजपा के ही वरिष्ठ नेता और गोरखपुर से विधायक राधामोहन दास
अग्रवाल भी स्थानीय प्रशासन से भिड़ गए थे। उन्होंने भी स्थानीय प्रशासन के
खिलाफ धरना देने का ऐलान किया था। हालांकि मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के
बाद उन्होंने अपना धरना वापस ले लिया था।
आईएएनएस
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