लखनऊ। समाजवादी पार्टी
(SP) से गठबंधन तोड़कर अकेले उपचुनाव में उतरी बहुजन समाज पार्टी (BSP)
को बुरी पराजय मिली है। वह इस चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल सकी। इसके
अलावा 6 सीटों पर उसकी जमानत भी जब्त हो गई। ऐसे में आने वाले समय में बसपा
को अपनी रणनीति बदलकर अपने कोर वोटरों को बचाए रखने की बड़ी चुनौती है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उत्तर प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र और हरियाणा में बसपा का खाता नहीं खुला है। जहां पर मायावती स्वयं प्रचार करने भी गयीं थी।
बसपा
मुखिया 2022 में सत्ता वापसी के सपने को उपचुनाव के नतीजों ने चकनाचूर कर
दिया। इगलाश व जलालपुर सीट छोड़कर सबमें बसपा का प्रदर्शन खराब ही रहा है।
रामपुर,
लखनऊ कैंट, जैदपुर, गोविंदनगर, गंगोह और प्रतापगढ़ ऐसी ही सीटें हैं, जहां
बसपा अपनी जमानत नहीं बचा पाई।
थरूर ने कहा, नागरिकता संशोधन बिल पास हुआ तो होगी जिन्ना के विचारों की जीत
Delhi : गृह मंत्रालय ने दिल्ली फैक्ट्री अग्निकांड पर रिपोर्ट मांगी, शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी आग
रेप की घटनाओं पर बोले उपराष्ट्रपति, नया कानून लाना ही समाधान नहीं, राहुल को दी नसीहत!
Daily Horoscope